BHISHMA portable hospital, 10 मिनट में भारतीय सेना ने तैयार किया ऐसा हॉस्पिटल जिसका किसी दुर्गम स्थान पर किया जा सकता है इस्तेमाल
भारतीय वायु सेना ने एक बार फिर एक कामयाबी अपने नाम कर लिया। भारतीय वायु सेवा ने ( BHISHM Portable Hospital ) एक ऐसा अस्पताल 10 मिनट के अंदर बना कर दिखाया जिसे किसी भी दुर्गम स्थान पर तैयार किया जा सकता है। साथ ही कहीं अगर युद्ध हो रहा हो तो इसे आसमान से लैंड भी कराया जा सकता है।
आप इस वीडियो में साफ-साफ देख सकते हैं कि किस तरह से भारतीय वायु सेवा का विमान BHISHM Portable Hospital को ड्रॉपिंग जॉन में लेकर गया और वहां एक कमांडो की तरह इसे जमीन पर उतारा। यह नजारा वाकई देखने वालों के लिए अचंभित करने वाला था। इस तरह के कारनामे को देखकर वाकई हर भारतीय को अपने भारतीय वायु सेवा पर गर्व महसूस होता है।
Indian Air Force tests BHISHM Cube, a state-of- the-art indigenous mobile hospital, for airdrop in Agra.
This innovative technology is a great leap forward in providing rapid and comprehensive medical aid during emergencies anywhere.https://t.co/tUARKouKCz pic.twitter.com/bA8W2c7CAR
— Dr Mansukh Mandaviya (@mansukhmandviya) May 15, 2024
BHISHM Portable Hospital को कितना वक्त लगता है स्थापित करने में
BHISHM Portable Hospital को AN32 विमान की मदद से जमीन पर उतार कर इसका सफल परीक्षण किया गया। आपको बता दें कि इस पोर्टेबल हॉस्पिटल का वजन लगभग 720 किलो है। सफल परीक्षण को 10 मिनट के अंदर पूरा किया गया। अब यह बात साफ हो गई कि अगर कहीं विपरीत परिस्थिति में एक अस्पताल की जरूरत पड़ेगी तो भारतीय वायु सेवा 10 मिनट के अंदर पोर्टेबल अस्पताल को जमीन पर उतार सकेगी। ताकि घायलों का उपचार तुरंत शुरू किया जा सके और किसी तरह की कठिनाई मरीज को ना हो।
इस BHISHM Portable Hospital की खासियत क्या है ?
- इस पोर्टेबल अस्पताल में जरूर की सारी आपातकालीन सुविधाएं मौजूद है जैसे एक्स-रे, खून की जांच भी हो सकती है, ऑपरेशन थिएटर भी में मौजूद है साथ ही वेंटीलेटर की सुविधा भी उपलब्ध है।
- इस पोर्टेबल हॉस्पिटल में एक साथ लगभग 200 लोगों का इलाज किया जा सकता है। आपको बता दें कि यह देश का पहला स्वदेशी पोर्टेबल अस्पताल है। यह वाटरप्रूफ के साथ-साथ काफी हल्का भी है। इसका वजन लगभग 720 किलो बताया जा रहा है।
- किसी दुर्गम स्थान पर या कहीं आपदा के समय जब लोगों को एक अस्पताल की जरूरत पड़ती है और वहां आसपास जब कोई अस्पताल नहीं होता है तो ऐसी स्थिति में या पोर्टेबल अस्पताल काफी मददगार साबित होगा और घायलों का इलाज जल्द से जल्द शुरू किया जा सकेगा।
आपको बता दें कि अयोध्या में जब श्री राम लाल का प्राण प्रतिष्ठा समारोह चल रहा था उसे समय भी भीष्म प्रोजेक्ट की एक यूनिट को यहां पर लोगों के लिए लाया गया था। इसके साथ ही g20 शिखर सम्मेलन का आयोजन जब हमारे देश में हो रहा था उसे वक्त भी इसका प्रदर्शन किया गया था और पूरी दुनिया भर के जो भी बड़े नेता थे उन्हें अपनी शक्ति और कौशल का एहसास कराया गया था।